देश का वो था अनमोल दीपक जो बाबा साहब कहलाया था। देश का वो था अनमोल दीपक जो बाबा साहब कहलाया था।
मैं तो एक 'काल्पनिक' पात्र हूँ साहब कृपया मुझे 'वास्तविक्ता' से मत जोड़ो। मैं तो एक 'काल्पनिक' पात्र हूँ साहब कृपया मुझे 'वास्तविक्ता' से मत जोड़ो।
त्याग चिंता पराजय की, कुरुक्षेत्र को प्रस्थान कर। त्याग चिंता पराजय की, कुरुक्षेत्र को प्रस्थान कर।
माँ तो माँ होती है, ओ प्यारी माँ, ओ मेरी भोली माँ। माँ तो माँ होती है, ओ प्यारी माँ, ओ मेरी भोली माँ।
जिस दिन मिलेगी दोनों को आन-बान-शान। जिस दिन मिलेगी दोनों को आन-बान-शान।
खुद से ही पूछती हूं, आखिर कौन सी दुनिया में रहती हो तुम ? खुद से ही पूछती हूं, आखिर कौन सी दुनिया में रहती हो तुम ?